जहान....

शौक- ऐ-मोहब्बत पाल कर देख ली हमने,
अब हकीकत- ऐ-जहां आज़मा कर देखते हैं।

कुछ तुम छुपा कर देख लो,
कुछ हम बता कर देखते हैं।।

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